लाइफस्‍टाइल

गैजेट्स की भी करें साफ-सफाई

दन दिनों पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान की लहर चल रहीे है। सभी लोग इस अभियान से प्रेरित होकर अपने घर के साथ-साथ आसपास की साफ-सफाई के लिए प्रेरित हो रहे है। लेकिन जब बात अपने गैजेट्स की साफ-सफाई की होती है तो शुरुआत में बड़ा ध्यान रखा जाता है, लेकिन धीरे-धीरे लोग इसके प्रति लापरवाह हो जाते हैं। इसे एक उदाहरण से समझें। राहुल ने एक हाईएंड स्मार्टफोन खरीदा था। शुरू में तो इसकी खूब साफ-सफाई रखता था, लेकिन जैसे ही स्मार्टफोन पुराना हुआ उसने लापरवाही बरतनी शुरू कर दी। पसीने और धूल की वजह से फोन के स्क्रीन के साथ बॉडी पर भी धब्बे नजर आने लगे। सफाई नहीं होने से गैजेट्स के परफार्मेंस पर भी असर होता है। हालांकि कंपलेक्स इलेक्ट्रॉनिक्स की साफ-सफाई रखना आसान नहीं है। इनके सफाई के लिए कुछ उपकरण की जरूरत होती है, ताकि गैजेट्स की बेसिक साफ-सफाई अच्छे से हो सके।

साफ-सफाई के टूल्स:-

माइक्रोफाइबर लिंट-फ्री क्लॉथ:- आमतौर पर इसका इस्तेमाल आईग्लास की सफाई के लिए होता है। यह सस्ता होने के साथ ही हर जगह आसानी से उपलब्ध है।

डस्ट ब्लोअर:- यह पोर्टेबल डस्ट ब्लोअर है। यह गैजेट्स के दरार में से डस्ट को हटाने में मददगार साबित होता है। यह इलेक्ट्रानिक स्टोर पर मात्र 50 रुपये में उपलब्ध हो जाता है।

कंप्रेस्ड एयर:- यह डस्ट ब्लोअर का आल्टरनेटिव है लेकिन उसकी तुलना में महंगा।

रबिंग अल्कोहल:- गैजेट्स को कभी भी पानी से साफ नहीं करना चाहिए। इसके लिए रबिंग अल्कोहल बढिय़ा ऑप्शन है।

गुनगुना गर्म पानी:- प्लास्टिक कंपोनेंट जैसे कीबोर्ड के कीज को साफ करने के लिए आप इसका उपयोग कर सकते हैं। लेकिन भूलकर भी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट के साथ इसका इस्तेमाल न करें।

फ्लैटहेड स्क्रूड्राइवर:- कीबोर्ड की सफाई में इस औजार की जरूरत पड़ती है।

टूथ पिक:- यह चार्जिंग पोट्र्स में जमा हुए लिंट को हटाने में मददगार होता है।

स्मार्टफोन:- किसी भी स्मार्टफोन का सबसे मुख्य हिस्सा होता है श्डिस्प्ले्य। आजकर टचस्क्रीन बाजार में छाया हुआ है। अधिकतर स्मार्टफोंस के डिस्प्ले पर ओलियोफोबिक कोटिंग होती है। यह आपके स्मार्टफोन की स्क्रीन को फिंगरप्रिंट और दाग से बचाती है। अगर आप स्क्रीन को साफ करने के लिए खुरदुरे कपड़े का इस्तेमाल करते हैं, तो स्क्रीन पर से यह कोटिंग धीरे-धीरे हटने लगती है। इसलिए स्क्रीन को साफ करने के लिए हमेशा माइक्रोफाइबर क्लॉथ का उपयोग करें। स्मार्टफोन के साथ एक समस्या लिंट ख्फाहा, की होती है। कई बार लिंट स्मार्टफोन के हेडफोन व चार्जिंग प्वाइंट में जमा हो जाते हैं। आप इसे टूथपिक की मदद से हटा सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि सफाई करने के दौरान कोई हिस्सा टूटकर अंदर न रह जाए।

की-बोर्ड:- बात चाहे डेस्कटॉप की हो या फिर लैपटॉप की, कीबोर्ड सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला हिस्सा है। इसकी सफाई के लिए सबसे पहले कंप्यूटर को बंद करें। अब आप फ्लैटहेड स्क्रू ड्राइवर, माइक्रोफाइबर क्लॉथ, डस्ट ब्लोअर, रबिंग अल्कोहल और गुनगुना गर्म पानी रख लें। अगर आपका कीबोर्ड डिटैचेबल है तो इसे उलट कर हिलाएं इससे इसके बीच फंसी गंदगी निकल आएगी। अगर आप कीबोर्ड के कीज निकालकर साफ करना चाहते हैं तो सावधानी से करें। अब आप डस्ट ब्लोअल या फिर एयर कंप्रेस्ड के जरिए की बोर्ड में फंसे डस्ट और और दूसरी चीजों को रिमूव कर सकते हैं। रबिंग अल्कोहल को माइक्रोफाइबर क्लॉथ में भीगो कर की-बोर्ड को क्लीन किया जा सकता है। इस दौरान ध्यान रखें कि सीधे रबिंग अल्कोहल से की-बोर्ड को साफ न करें। अगर की बोर्ड के कीज निकल जाते हैं तो एक बाउल में गुनगुने पानी में रख कर इसे साफ कर सकते हैं। ध्यान रखें कि पानी न तो ज्यादा गर्म हो न ज्यादा ठंढ़ा। ज्यादा गर्म पानी आपके डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

माउस:- आप माउस को साफ करने के लिए डस्ट ब्लोअर और एयर कंप्रेस्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपको लगता है माउस सही से मूव नहीं कर रहा है तो यह सही समय है कि माउस को पलट कर उसका ट्रैकबॉल निकाल उसकी सफाई की जाए। आमतौर पर माउस के नीचे काफी गंदगी जमा हो जाती है। अगर आप इसे साफ कर देते हैं, तो काफी हद तक माउस सही तरीके से काम करने लगेगा। रोलर के आस-पास जमा लिंट को सही तरीके से साफ करें। आम तौर पर हाथ से निकलने वाले पसीने से माउस गंदा होता है।
 
डिस्प्ले:- स्मार्टफोन हो या लैपटॉप, डिस्प्ले की सफाई करना थोड़ा आसान है। अगर आप कपड़े से डिस्प्ले की सफाई कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि क्लॉथ खुरदुरा न हो। खास तौर पर पेपर टॉवल से डिस्प्ले की सफाई न करें। इससे हो सकता है स्क्रीन पर स्क्रेच मार्क आ जाएं और यह भी हो सकता है कि इससे स्क्रीन पर लगे एंटी-फिंगरप्रिंट कोटिंग भी हट जाए। इससे स्क्रीन के कुछ हिस्से भी नष्ट हो सकते हैं। स्क्रीन की सफाई के लिए पानी व किसी प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल कभी न करें। हमेशा माइक्रोफाइबर क्लॉथ का ही इस्तेमाल करें। साथ ही एक बात का जरूर ध्यान रखें कि सफाई से पहले आपका डिवाइस स्विच ऑफ हो।

 

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